तेलंगाला के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने नरेंद्र मोदी नीत एनडीए सरकार पर राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज को लेकर हमला बोलते हुए उस पर राज्यों के साथ भिखारियों वाला बर्ताव करने और एफआरबीएम कानून के तहत उधार सीमा बढ़ाने के लिए हास्यास्पद शर्तें लागू करने का आरोप लगाया।
राव ने कहा कि यह पूरी तरह धोखाधड़ी! विश्वासघात है! अंकों का हेरफेर है। केंद्र ने खुद ही अपनी प्रतिष्ठा घटा दी है। उन्होंने कहा कि यह एक बेकार पैकेज है। यह पूरी तरह से एक सामंती नीति और तानाशाही रवैया है। हमने इसकी तो मांग नहीं की थी।
सीएम अभी तक हालांकि कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र के सभी उपायों का समर्थन करते आए हैं। उन्होंने कहा कि जब वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति बेहाल है तब राज्य सरकार को लोगों की मदद करने के लिए कोष चाहिए।
उन्होंने कहा जब हमने इसकी मांग की तो आपने राज्यों के साथ भिखारी वाला बर्ताव किया, केंद्र ने किया क्या है? क्या इस तरह से भारत में सुधारों को लागू किया जाता है?
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