
महाराष्ट्र से लौट रहे प्रवासी कामगारों से भरी डीसीएम दो दिन पूर्व हादसे का शिकार हो गई थी। हादसे में घायल 31 कामगारों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। पहले चरण में 15 कामगारों की रिपोर्ट में दो के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। उनके इलाज करने में लगे मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर समेत पांच पैरामेडिकल स्टॉफ को क्वारंटीन किया गया है। दोनों कामगारों को कोविड लेवल-1 अस्पताल में भर्ती किया गया है।
महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर एक डीसीएम 15 मई को बहराइच के लिए रवाना हुई। डीसीएम बहराइच-लखनऊ मार्ग पर फखरपुर के निकट पहुंची, तभी अनियंत्रित होकर पेड़ और बिजली के खंभे से टकरा गई। एक श्रमिक की मौत हो गई थी। 34 लोग घायल हुए थे। सभी को मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था।
सीएमएस डॉ. डीके सिंह ने बताया कि वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा था। महाराष्ट्र से आए 31 कामगारों का सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था। इनमें 15 कामगारों की रिपोर्ट रविवार की देर रात को आई। इनमें दो श्रमिकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 13 निगेटिव आए हैं। 16 श्रमिकों की रिपोर्ट अभी तक लंबित है। दो श्रमिकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
इलाज करने वाले प्रोफेसर डॉ. विकास सिंह, इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डॉ. शरीफ खान, वार्ड ब्वॉय अशोक कुमार समेत पांच स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटीन कर दिया गया है। सीएमएस ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड को सैनिटाइज कराया जा रहा है। चिकित्सकों व श्रमिकों से मिलने वाले अन्य लोगों की रिपोर्ट खंगाली जा रही है। सीएमओ डॉ. सुरेश सिंह ने बताया कि 16 कामगारों की रिपोर्ट अभी आनी है। इनकी रिपोर्ट देर शाम या दूसरे दिन आ सकती है।
संपर्क में आए अधिकारी भी हो सकते क्वारंटीन
फखरपुर में हादसा होने पर प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को मेडिकल कॉलेज बहराइच पहुंचाया था। मेडिकल कॉलेज में भर्ती श्रमिकों का हाल जानने के लिए पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा के साथ एडीएम जयचंद्र पांडेय, नगर मजिस्ट्रेट जयप्रकाश व सीओ सिटी टीएन दूबे भी गए थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पुलिसकर्मी भी क्वारंटीन किए जाएंगे।
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