
गौतमबुद्धनगर। गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी की रहने वाली गर्भवती महिला की मृत्यु मामले में जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट के बाद पहली बड़ी कार्रवाई के तहत सेक्टर-24 स्थित ईएसआइसी अस्पताल के निदेशक डॉ. अनीश सिंघल का तबादला दिल्ली कर दिया गया है। उन्हें निदेशक मेडिकल पद पर भेजा गया है। ईएसआइसी अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (डीएमएस) डॉ. बलराज भंडार को अस्पताल का नया निदेशक बनाया गया है।
ईएसआइसी मुख्यालय के डिप्टी डायरेक्टर (मेडिकल एडमिनिस्ट्रेशन) दीपक मलिक ने गुरुवार को डॉ. अनीश सिंघल के तबादले का आदेश जारी किया, जिसमें उन्हें तत्काल प्रभाव से अस्पताल निदेशक का पद छोड़ने और दिल्ली मेडिकल निदेशक पद का प्रभार संभालने का निर्देश दिया गया है।
पांच जून को खोड़ा निवासी आठ माह की गर्भवती नीलम की उपचार के अभाव में मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि नोएडा, ग्रेनो व गाजियाबाद के आठ अस्पतालों में चक्कर काटने के बावजूद गर्भवती का उपचार नहीं किया था। इस संबंध में जिलाधिकारी ने एडीएम वित्त एवं राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय व सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी।
इस बीच, गुरुवार को एक अन्य गर्भवती महिला के पति ने जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने कहा कि गाजियाबाद से आए हो, वहीं जाकर इलाज कराओ। इसके बाद इसकी जानकारी नोएडा के विधायक पंकज सिंह को हुई और उनके हस्तक्षेप के बाद महिला को भर्ती कराया गया।
हालांकि अस्पताल ने इन आरोपों से इंकार किया है। सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल की सीएमएस वंदना शर्मा ने आईएएनएस को बताया, हमने किसी मरीज को मना नहीं किया। मुझे डॉक्टर ने बताया था कि खोड़ा निवासी एक महिला आई है इलाज के लिए। हमने उनकी प्रॉपर फाइल भी बनवाई है। विधायक पंकज सिंह का फोन आया था, हमने उससे पहले ही उस महिला को भर्ती कर लिया था। यह आरोप बिल्कुल गलत है।
-- आईएएनएस
ईएसआइसी मुख्यालय के डिप्टी डायरेक्टर (मेडिकल एडमिनिस्ट्रेशन) दीपक मलिक ने गुरुवार को डॉ. अनीश सिंघल के तबादले का आदेश जारी किया, जिसमें उन्हें तत्काल प्रभाव से अस्पताल निदेशक का पद छोड़ने और दिल्ली मेडिकल निदेशक पद का प्रभार संभालने का निर्देश दिया गया है।
पांच जून को खोड़ा निवासी आठ माह की गर्भवती नीलम की उपचार के अभाव में मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि नोएडा, ग्रेनो व गाजियाबाद के आठ अस्पतालों में चक्कर काटने के बावजूद गर्भवती का उपचार नहीं किया था। इस संबंध में जिलाधिकारी ने एडीएम वित्त एवं राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय व सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी।
इस बीच, गुरुवार को एक अन्य गर्भवती महिला के पति ने जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने कहा कि गाजियाबाद से आए हो, वहीं जाकर इलाज कराओ। इसके बाद इसकी जानकारी नोएडा के विधायक पंकज सिंह को हुई और उनके हस्तक्षेप के बाद महिला को भर्ती कराया गया।
हालांकि अस्पताल ने इन आरोपों से इंकार किया है। सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल की सीएमएस वंदना शर्मा ने आईएएनएस को बताया, हमने किसी मरीज को मना नहीं किया। मुझे डॉक्टर ने बताया था कि खोड़ा निवासी एक महिला आई है इलाज के लिए। हमने उनकी प्रॉपर फाइल भी बनवाई है। विधायक पंकज सिंह का फोन आया था, हमने उससे पहले ही उस महिला को भर्ती कर लिया था। यह आरोप बिल्कुल गलत है।
-- आईएएनएस
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