लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां कहा कि राज्य में एक निवेश फ्रेंडली माहौल बनाने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार जब एक साथ मिलकर काम करते हैं तो परिणाम कई गुना बेहतर हो जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिक्की द्वारा आयोजित वेबिनार में उद्यामियों से मुखातिब थे। उन्होंने उनके सवाल सुने और प्रदेश के विकास की तस्वीर रखी। योगी ने कहा, "उत्तर प्रदेश में एक निवेश फ्रेंडली माहौल बनाने का कार्य हो रहा है। निवेश की सुरक्षा के साथ-साथ अनावश्यक दखलअंदाजी न हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। सेक्टोरियल पॉलिसी के माध्यम से उप्र सरकार ने आगे बढ़ने का काम किया है। लेबर रिफॉर्म के लिए हमने सबसे पहले कदम उठाए, क्योंकि रोजगार दिलाना हमारी प्राथमिकता है।"
उन्होंने कहा, "आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश दुनिया के चार देशों के बाद आता है। इस लिहाज से कोरोना काल में चुनौतियां ज्यादा थीं। लेकिन जब चुनौतियां सामने आती हैं और सभी मिलकर सामूहिक प्रयास करते हैं तो उसका परिणाम बेहतर रूप में सामने आता है। कोरोना संकट में समाज के सभी तबकों के साथ उद्योग जगत ने सरकार को भरपूर सहयोग किया। जब तक कोरोना का कोई व्यवस्थित उपचार नहीं आता तब तक सतर्कता बरतनी ही होगी। उप्र में ही पीपीई किट सैनिटाइजर का निर्माण जैसे काम लगातार हो रहे हैं। 3592000 प्रवासी कामगार श्रमिक लौटे हैं। उनके परीक्षण में उपयोग हो रहे पल्स ऑक्सीमीटर अल्फारेड थर्मामीटर उप्र में ही बन रहे हैं। यह हमारे उद्यमियों के पुरुषार्थ परिश्रम और जज्बे का प्रमाण है।"
उन्होंने कहा, "जेवर में 25 साल से एयरपोर्ट लंबित था लेकिन हमने निर्णय लिया। यह दुनिया के 100 सबसे अच्छे प्रोजेक्ट में गिना जा रहा है। अयोध्या में भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कार्रवाई तेजी से चल रही है। प्रदेश के शहरों में हवाई कनेक्टिविटी के लिए एचएल के साथ एमओयू किया है। 54 मार्ग उप्र को नेपाल और अन्य राज्यों के साथ जोड़ते हैं। इन्हें चार लेन करने की कार्रवाई चल रही है। इस वर्ष के अंत में गंगा एक्सप्रेस वे का भी काम शुरू कर देंगे।"
--आईएएनएस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिक्की द्वारा आयोजित वेबिनार में उद्यामियों से मुखातिब थे। उन्होंने उनके सवाल सुने और प्रदेश के विकास की तस्वीर रखी। योगी ने कहा, "उत्तर प्रदेश में एक निवेश फ्रेंडली माहौल बनाने का कार्य हो रहा है। निवेश की सुरक्षा के साथ-साथ अनावश्यक दखलअंदाजी न हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। सेक्टोरियल पॉलिसी के माध्यम से उप्र सरकार ने आगे बढ़ने का काम किया है। लेबर रिफॉर्म के लिए हमने सबसे पहले कदम उठाए, क्योंकि रोजगार दिलाना हमारी प्राथमिकता है।"
उन्होंने कहा, "आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश दुनिया के चार देशों के बाद आता है। इस लिहाज से कोरोना काल में चुनौतियां ज्यादा थीं। लेकिन जब चुनौतियां सामने आती हैं और सभी मिलकर सामूहिक प्रयास करते हैं तो उसका परिणाम बेहतर रूप में सामने आता है। कोरोना संकट में समाज के सभी तबकों के साथ उद्योग जगत ने सरकार को भरपूर सहयोग किया। जब तक कोरोना का कोई व्यवस्थित उपचार नहीं आता तब तक सतर्कता बरतनी ही होगी। उप्र में ही पीपीई किट सैनिटाइजर का निर्माण जैसे काम लगातार हो रहे हैं। 3592000 प्रवासी कामगार श्रमिक लौटे हैं। उनके परीक्षण में उपयोग हो रहे पल्स ऑक्सीमीटर अल्फारेड थर्मामीटर उप्र में ही बन रहे हैं। यह हमारे उद्यमियों के पुरुषार्थ परिश्रम और जज्बे का प्रमाण है।"
उन्होंने कहा, "जेवर में 25 साल से एयरपोर्ट लंबित था लेकिन हमने निर्णय लिया। यह दुनिया के 100 सबसे अच्छे प्रोजेक्ट में गिना जा रहा है। अयोध्या में भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कार्रवाई तेजी से चल रही है। प्रदेश के शहरों में हवाई कनेक्टिविटी के लिए एचएल के साथ एमओयू किया है। 54 मार्ग उप्र को नेपाल और अन्य राज्यों के साथ जोड़ते हैं। इन्हें चार लेन करने की कार्रवाई चल रही है। इस वर्ष के अंत में गंगा एक्सप्रेस वे का भी काम शुरू कर देंगे।"
--आईएएनएस
.
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.