
नई दिल्ली । करीब तीन महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर एक बार फिर अफवाहें उड़ी हैं। नाराजगी के कारण उनके ट्विटर बायो से 'बीजेपी' शब्द हटाने की बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। हालांकि, सच की पड़ताल में यह बात झूठी निकली है। खुद, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी आईएएनएस से इसे अफवाह करार दिया।
सिंधिया ने कहा कि मेरे ट्विटर बायो में कोई चेंज ही नहीं हुआ है। मीडिया में चल रहीं खबरें बेबुनियाद हैं। अफवाहों पर लोग ध्यान न दें। बीजेपी में आने के समय बायो में जो चीजें थीं, वही अब भी हैं। भाजपा में आने पर केवल ट्विटर पर फोटो चेंज हुई थी।"
उधर, सिंधिया के सहयोगियों का कहना है कि कुछ शरारती तत्व उनको लेकर पिछले कुछ समय से अफवाहें उड़ा रहे हैं। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। यह ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकप्रियता से घबराने वाले लोग हैं।
ज्योतिरादित्य के ट्विटर हैंडल के परिचय में दो बातें लिखीं हुई हैं- पब्लिक सर्वेट और क्रिकेट इंथूसिएस्ट। प्रोफाइल पिक्चर में भाजपा में शामिल होने के समय की तस्वीर लगी है, जिसमें वह गले में कमल निशान वाला गमछा लगाए मुस्कुरा रहे हैं। वहीं, कवर प्रोफाइल की तस्वीर में वह गाड़ी पर सवार होकर समर्थकों का अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं।
सिंधिया ने कहा कि मेरे ट्विटर बायो में कोई चेंज ही नहीं हुआ है। मीडिया में चल रहीं खबरें बेबुनियाद हैं। अफवाहों पर लोग ध्यान न दें। बीजेपी में आने के समय बायो में जो चीजें थीं, वही अब भी हैं। भाजपा में आने पर केवल ट्विटर पर फोटो चेंज हुई थी।"
उधर, सिंधिया के सहयोगियों का कहना है कि कुछ शरारती तत्व उनको लेकर पिछले कुछ समय से अफवाहें उड़ा रहे हैं। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। यह ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकप्रियता से घबराने वाले लोग हैं।
ज्योतिरादित्य के ट्विटर हैंडल के परिचय में दो बातें लिखीं हुई हैं- पब्लिक सर्वेट और क्रिकेट इंथूसिएस्ट। प्रोफाइल पिक्चर में भाजपा में शामिल होने के समय की तस्वीर लगी है, जिसमें वह गले में कमल निशान वाला गमछा लगाए मुस्कुरा रहे हैं। वहीं, कवर प्रोफाइल की तस्वीर में वह गाड़ी पर सवार होकर समर्थकों का अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं।
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