
लखनऊ,| उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। पार्टी के दो विधायक अदिति सिंह और राकेश सिंह की याचिका विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दी है। कांग्रेस ने इन दोनों की सदस्यता खत्म करने की मांग की थी। विधानसभा अध्यक्ष ने लंबी सुनवाई के बाद कांग्रेस की याचिका खारिज कर दी। अब कांग्रेस से निलंबित अदिति सिंह तथा राकेश सिंह विधायक बने रहेंगे।
इस आशय का फैसला सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सुनाया। उन्होंने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के दोनों बागी विधायकों अदिति सिंह व राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया। उन्होंने दोनों याचिकाओं को बलहीन बताते हुए उन्हें खारिज किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस की याचिका को खारिज करते हुए विधायक अदिति सिंह व राकेश सिंह की सदस्यता बरकरार रखी है।
कांग्रेस ने रायबरेली से विधायक अदिति सिंह तथा रायबरेली के ही हरचंदपुर से पार्टी के विधायक राकेश सिंह के बगावती तेवर के कारण दलबदल कानून के तहत इनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका भेजी थी। लंबी सुनवाई के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने फैसला सुरक्षित रखा था। सोमवार को उन्होंने अपना फैसला सुना दिया।
विधायक अदिति सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। विधानसभा अध्यक्ष ने बहुत सही निर्णय लिया। उनके निर्णय का स्वागत है।
--आईएएनएस
इस आशय का फैसला सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सुनाया। उन्होंने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के दोनों बागी विधायकों अदिति सिंह व राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया। उन्होंने दोनों याचिकाओं को बलहीन बताते हुए उन्हें खारिज किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस की याचिका को खारिज करते हुए विधायक अदिति सिंह व राकेश सिंह की सदस्यता बरकरार रखी है।
कांग्रेस ने रायबरेली से विधायक अदिति सिंह तथा रायबरेली के ही हरचंदपुर से पार्टी के विधायक राकेश सिंह के बगावती तेवर के कारण दलबदल कानून के तहत इनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका भेजी थी। लंबी सुनवाई के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने फैसला सुरक्षित रखा था। सोमवार को उन्होंने अपना फैसला सुना दिया।
विधायक अदिति सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। विधानसभा अध्यक्ष ने बहुत सही निर्णय लिया। उनके निर्णय का स्वागत है।
--आईएएनएस
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