जयपुर : राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच एनडीए सरकार में शामिल सांसद ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर गंभीर आरोप लगा दिया है. दरअसल गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे घमासान के बीच आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने वसुंधरा राजे पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि राजे और सीएम अशोक गहलोत के बीच गठजोड़ है और दोनों एक-दूसरे के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रहे हैं.
बेनीवाल ने वसुंधरा राजे पर हमला करते हुए कई ट्वीट कर डाले. उन्होंने अपने ट्वीट में पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वो अशोक गहलोत सरकार को बचाने में लगी हुई हैं.
उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे अशोक गहलोत की अल्पमत वाली सरकार को बचाने का पुरजोर प्रयास कर रही है, राजे द्वारा कोंग्रेस के कई विधायकों को इस बारे में फोन भी किए गए !
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने राजस्थान कांग्रेस में उनके करीबी विधायकों से दूरभाष पर बात करके उन्हें अशोक गहलोत का साथ देने की बात कही, सीकर व नागौर जिले के एक-एक जाट विधायकों को राजे ने खुद इस मामले में बात करके सचिन पायलट से दूरी बनाने को कहा जिसके पुख्ता प्रमाण हमारे पास है !उन्होंने कहा, प्रदेश व देश की जनता वसुंधरा-गहलोत के आंतरिक गठजोड़ की कहानी को समझ चुकी है ! उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, मीडिया के बयानों के अनुसार स्वयं अशोक गहलोतजी कह रहे है कि उनके पास कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध है. ऐसे में फोन टैप करवाना संविधान प्रदत अधिकारों का हनन है, स्वच्छ लोकतंत्र में गहलोत जी ऐसे हथकंडे कर रहे हैं जो शोभनीय नहीं है !
बेनीवाल से अशोक गहलोत के एक पूराने वीडियो को भी ट्वीट में साझा किया और लिखा, अशोक गहलोत जी आपके स्मरण के लिए आपके द्वारा सदन में कही बात याद दिला रहा हूं, पूर्व सीएम राजे पर 5 करोड़ रुपये प्रतिमाह रिश्वत अवैध बजरी के एवज में देने के आरोप लगाए, आपने अब तक कोई जांच करवाई? क्या सदन में कही हुई बात पर आपकी किसी एजेंसी ने संज्ञान लिया ?
उन्होंने गहलोत पर निशाना साधते हुए लिखा, अशोक गहलोत जी जब से राजनैतिक क्षेत्र में सक्रिय हुए तब से जाट, गुर्जर व मीणा समाज के कई वरिष्ठ नेताओं की राजनैतिक हत्या की है, जिसके उदाहरण जनता के सामने हैं.
गौरतलब है कि राजस्थान कांग्रेस में अंदरुनी कलह अब भी जारी है. सचिन पायलट और उनके समर्थकों पर पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है. सचिन पायलट को भी उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया. इधर राजस्थान उच्च न्यायालय की खंड पीठ सचिन पायलट और 18 अन्य बागी कांग्रेस विधायकों को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी अयोग्यता नोटिसों को चुनौती देने के लिए दायर याचिका पर बृहस्पतिवार शाम को सुनवाई करेगी.
दरअसल राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी ने बर्खास्त उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों को पार्टी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर अयोग्य ठहराने के नोटिस भेजे हैं.
उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे अशोक गहलोत की अल्पमत वाली सरकार को बचाने का पुरजोर प्रयास कर रही है, राजे द्वारा कोंग्रेस के कई विधायकों को इस बारे में फोन भी किए गए !
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने राजस्थान कांग्रेस में उनके करीबी विधायकों से दूरभाष पर बात करके उन्हें अशोक गहलोत का साथ देने की बात कही, सीकर व नागौर जिले के एक-एक जाट विधायकों को राजे ने खुद इस मामले में बात करके सचिन पायलट से दूरी बनाने को कहा जिसके पुख्ता प्रमाण हमारे पास है !उन्होंने कहा, प्रदेश व देश की जनता वसुंधरा-गहलोत के आंतरिक गठजोड़ की कहानी को समझ चुकी है ! उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, मीडिया के बयानों के अनुसार स्वयं अशोक गहलोतजी कह रहे है कि उनके पास कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध है. ऐसे में फोन टैप करवाना संविधान प्रदत अधिकारों का हनन है, स्वच्छ लोकतंत्र में गहलोत जी ऐसे हथकंडे कर रहे हैं जो शोभनीय नहीं है !
बेनीवाल से अशोक गहलोत के एक पूराने वीडियो को भी ट्वीट में साझा किया और लिखा, अशोक गहलोत जी आपके स्मरण के लिए आपके द्वारा सदन में कही बात याद दिला रहा हूं, पूर्व सीएम राजे पर 5 करोड़ रुपये प्रतिमाह रिश्वत अवैध बजरी के एवज में देने के आरोप लगाए, आपने अब तक कोई जांच करवाई? क्या सदन में कही हुई बात पर आपकी किसी एजेंसी ने संज्ञान लिया ?
उन्होंने गहलोत पर निशाना साधते हुए लिखा, अशोक गहलोत जी जब से राजनैतिक क्षेत्र में सक्रिय हुए तब से जाट, गुर्जर व मीणा समाज के कई वरिष्ठ नेताओं की राजनैतिक हत्या की है, जिसके उदाहरण जनता के सामने हैं.
गौरतलब है कि राजस्थान कांग्रेस में अंदरुनी कलह अब भी जारी है. सचिन पायलट और उनके समर्थकों पर पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है. सचिन पायलट को भी उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया. इधर राजस्थान उच्च न्यायालय की खंड पीठ सचिन पायलट और 18 अन्य बागी कांग्रेस विधायकों को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी अयोग्यता नोटिसों को चुनौती देने के लिए दायर याचिका पर बृहस्पतिवार शाम को सुनवाई करेगी.
दरअसल राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी ने बर्खास्त उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों को पार्टी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर अयोग्य ठहराने के नोटिस भेजे हैं.
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.