
दरभंगा : लॉकडाउन के दौरान हरियाणा के गुरुग्राम से दरभंगा की सिरहुल्ली तक अपने बीमार पिता को साइकिल से ले आनेवाली साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर ज्योति को साइकिलिंग की ट्रेनिंग दिलायी जायेगी. इसकी व्यवस्था एसएसपी बाबूराम ने कर दी है. शुक्रवार को एसएसपी ने ज्योति को पिता मोहन पासवान के साथ कार्यालय कक्ष में बुलाया और इस संबंध में जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि नेशनल स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेनेवाले खेल विभाग में कार्यरत लिपिक संजीव कुमार ज्योति साइकिलिंग प्रतियोगिता के लिए प्रशिक्षित करेंगे. ज्योति को जिस चीज की आवश्यकता होगी, पुलिस प्रशासन उसे मुहैया करायेगा. बता दें कि बीमार पिता को साइकिल पर बैठा कर हरियाणा के गुरुग्राम से दरभंगा स्थित अपने घर तक आनेवाली ज्योति मीडिया के जरिये सुर्खियों में आयी और फिर उसके हौसले की हर तरफ चर्चा हुई.
मालूम हो कि पंद्रह साल की ज्योति के पिता मोहन पासवान गुरुग्राम में ऑटो चलाकर अपने परिवार का पेट भरते थे. इसी बीच, उनका एक्सीडेंट हो गया. हादसे में उनका पांव बुरी तरह जख्मी हो गया था. इसके बाद पिता की सेवा के लिए ज्योति गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची.
कोराना संकट के कारण देश भर में लॉकडाउन लागू कर दिये जाने के बाद आमदनी बंद हो जाने के कारण परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल होने लगा. ज्योति ने हिम्मत दिखायी और अपने पिता को साइकिल पर बिठा कर गुरुग्राम से दरभंगा अपने गांव सिरुहिलिया के लिए निकल पड़ी. इस खबर के मीडिया में आने के साथ ही साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर ज्योति के हिम्मत की चर्चा देश और दुनिया में होने लगी है. (इनपुट : कमतौल से शिवेंद्र कुमार शर्मा)
उन्होंने बताया कि नेशनल स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेनेवाले खेल विभाग में कार्यरत लिपिक संजीव कुमार ज्योति साइकिलिंग प्रतियोगिता के लिए प्रशिक्षित करेंगे. ज्योति को जिस चीज की आवश्यकता होगी, पुलिस प्रशासन उसे मुहैया करायेगा. बता दें कि बीमार पिता को साइकिल पर बैठा कर हरियाणा के गुरुग्राम से दरभंगा स्थित अपने घर तक आनेवाली ज्योति मीडिया के जरिये सुर्खियों में आयी और फिर उसके हौसले की हर तरफ चर्चा हुई.
मालूम हो कि पंद्रह साल की ज्योति के पिता मोहन पासवान गुरुग्राम में ऑटो चलाकर अपने परिवार का पेट भरते थे. इसी बीच, उनका एक्सीडेंट हो गया. हादसे में उनका पांव बुरी तरह जख्मी हो गया था. इसके बाद पिता की सेवा के लिए ज्योति गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची.
कोराना संकट के कारण देश भर में लॉकडाउन लागू कर दिये जाने के बाद आमदनी बंद हो जाने के कारण परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल होने लगा. ज्योति ने हिम्मत दिखायी और अपने पिता को साइकिल पर बिठा कर गुरुग्राम से दरभंगा अपने गांव सिरुहिलिया के लिए निकल पड़ी. इस खबर के मीडिया में आने के साथ ही साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर ज्योति के हिम्मत की चर्चा देश और दुनिया में होने लगी है. (इनपुट : कमतौल से शिवेंद्र कुमार शर्मा)
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