उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नवनीत सिकेरा कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. नवनीत सिकेरा की गिनती यूपी पुलिस के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है. वह इंस्पेक्टर जनरल की रैंक पर तैनात हैं.
नवनीत सिकेरा...पुलिस विभाग का एक ऐसा नाम जिनका नाम सुनकर बड़े से बड़े माफियाओं की पतलूनें गीली हो जाती हैं।
जिनके कप्तानी कार्यकाल में अपराधी या तो जिला छोड़ देते थें या अपराध। सिकेरा जिस जिले में जाते थें उन से पहले उनकी हनक पहुँच जाती थी।
सिकेरा मतलब एक ऐसा आईपीएस जो दुर्दांत कहे जाने वाले अनगिनत अपराधीयों का शिकार कर चुके हैं।
यही नहीं पुलिसिंग और ह्यूमैनिटी को लेकर हमेशा सजग रहने वाले अधिकारियों में से एक हैं। उससे जुड़े विषय अक्सर फेसबुक पर साझा करते रहते हैं।
जब यह बनारस कप्तान रहें उस वक्त असक्त बूढ़े हिस्ट्रीशीटर जिनका अपराध से दूर दूर तक वास्ता नहीं रह गया था। तब यह उन सबको बुलाकर उनकी हिस्ट्रीशीट बन्द कर दियें थें।
इनके आईपीएस बनने की कहानी बेहद प्रेरक है, जिसे मैं बार बार पढ़ता हूँ। मैं इनका जबरा फैन हूं, आज से नहीं कम से कम बीस सालों से या उससे ज्यादा समय से। मेरे स्मार्टफोन में हमेशा इनकी एक दो तस्वीर पड़ी रहती है। मेरे फेसबुक प्रोफाइल पर जो कवर फ़ोटो जो लंबे समय से लगी है। वह सिकेरा भईया के युवास्था की है। मैं जब भी मैसेंजर पर भईया को कोई मैसेज करता हूँ,मैसेज रीड होते तुरंत रिप्लाई भी आता है। अच्छा लगता है कि एक वरिष्ठ आईपीएस जिसके फेसबुक पर लाखों फालोवर हों वह इजी होकर बात करे। आपको किसी विषय पर सलाह दे।
मैं जिन अधिकारियों की भाषा शैली व्यहवार को अहंकार मुक्त ह्रदयस्पर्शी देखता हूँ, उनमें सिकेरा भईया के अलावा आईपीएस विनोद मिश्रा भईया। सन्तोष सिंह जी। या पूर्व में बनारस आईजी रहे कमल सक्सेना भईया रहे। जिनसे मैं उनके ऑफिस में जाकर उनसे पुलिसिंग पर बहस कर लेता था। और वह हंस के कहते थें। नेता आया करो यार भले ही लड़ने ही। फिलहाल उनसे यहां के कार्यकाल के बाद एकदम से सम्पर्क टूट गया। लगभग डेढ़ दशक हो गयें।
मेरी शुरू से इच्छा रही कि फोर्सेज का हिस्सा बनू, मगर दुर्भाग्य रहा कि वर्दी नसीब नही हुई। इसलिए फोर्स के लोगों के प्रति सॉफ्ट कार्नर रहता है।
मैं जिन अधिकारीयों को रियल हीरो की तरह मानता हूं, जिसे मिलने की इच्छा हमेशा बलवती रहती है। वह हैं नवीनत सिकेरा भईया और सीआरपीएफ कमांडेंट नरेंद्र पाल सिंह जी। यही दो लोग मेरे लिए हीरो की तरह हैं।
अमिताभ, शाहरुख ,सलमान या किसी भी हीरो से बढ़कर।
नवनीत सिकेरा भईया के कोरोना पॉजिटिव होने की ख़बर है। बाबा महाकाल उन्हें जल्द स्वस्थ करें,मेरी हृदय से यही कामना है।
विनय मौर्या
नवनीत सिकेरा...पुलिस विभाग का एक ऐसा नाम जिनका नाम सुनकर बड़े से बड़े माफियाओं की पतलूनें गीली हो जाती हैं।
जिनके कप्तानी कार्यकाल में अपराधी या तो जिला छोड़ देते थें या अपराध। सिकेरा जिस जिले में जाते थें उन से पहले उनकी हनक पहुँच जाती थी।
सिकेरा मतलब एक ऐसा आईपीएस जो दुर्दांत कहे जाने वाले अनगिनत अपराधीयों का शिकार कर चुके हैं।
यही नहीं पुलिसिंग और ह्यूमैनिटी को लेकर हमेशा सजग रहने वाले अधिकारियों में से एक हैं। उससे जुड़े विषय अक्सर फेसबुक पर साझा करते रहते हैं।
जब यह बनारस कप्तान रहें उस वक्त असक्त बूढ़े हिस्ट्रीशीटर जिनका अपराध से दूर दूर तक वास्ता नहीं रह गया था। तब यह उन सबको बुलाकर उनकी हिस्ट्रीशीट बन्द कर दियें थें।
इनके आईपीएस बनने की कहानी बेहद प्रेरक है, जिसे मैं बार बार पढ़ता हूँ। मैं इनका जबरा फैन हूं, आज से नहीं कम से कम बीस सालों से या उससे ज्यादा समय से। मेरे स्मार्टफोन में हमेशा इनकी एक दो तस्वीर पड़ी रहती है। मेरे फेसबुक प्रोफाइल पर जो कवर फ़ोटो जो लंबे समय से लगी है। वह सिकेरा भईया के युवास्था की है। मैं जब भी मैसेंजर पर भईया को कोई मैसेज करता हूँ,मैसेज रीड होते तुरंत रिप्लाई भी आता है। अच्छा लगता है कि एक वरिष्ठ आईपीएस जिसके फेसबुक पर लाखों फालोवर हों वह इजी होकर बात करे। आपको किसी विषय पर सलाह दे।
मैं जिन अधिकारियों की भाषा शैली व्यहवार को अहंकार मुक्त ह्रदयस्पर्शी देखता हूँ, उनमें सिकेरा भईया के अलावा आईपीएस विनोद मिश्रा भईया। सन्तोष सिंह जी। या पूर्व में बनारस आईजी रहे कमल सक्सेना भईया रहे। जिनसे मैं उनके ऑफिस में जाकर उनसे पुलिसिंग पर बहस कर लेता था। और वह हंस के कहते थें। नेता आया करो यार भले ही लड़ने ही। फिलहाल उनसे यहां के कार्यकाल के बाद एकदम से सम्पर्क टूट गया। लगभग डेढ़ दशक हो गयें।
मेरी शुरू से इच्छा रही कि फोर्सेज का हिस्सा बनू, मगर दुर्भाग्य रहा कि वर्दी नसीब नही हुई। इसलिए फोर्स के लोगों के प्रति सॉफ्ट कार्नर रहता है।
मैं जिन अधिकारीयों को रियल हीरो की तरह मानता हूं, जिसे मिलने की इच्छा हमेशा बलवती रहती है। वह हैं नवीनत सिकेरा भईया और सीआरपीएफ कमांडेंट नरेंद्र पाल सिंह जी। यही दो लोग मेरे लिए हीरो की तरह हैं।
अमिताभ, शाहरुख ,सलमान या किसी भी हीरो से बढ़कर।
नवनीत सिकेरा भईया के कोरोना पॉजिटिव होने की ख़बर है। बाबा महाकाल उन्हें जल्द स्वस्थ करें,मेरी हृदय से यही कामना है।
विनय मौर्या
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