
जयपुर । राजस्थान विधानसभा का सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र इस पर पूरे देश के मीडिया, राजनेताओं की निगाहें टिकी रहेगी। वहीं भाजपा विधायक दल की बैठक में गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सदन में लाने का फैसला हुआ है।राजस्थान के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि जिस तरीक से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मशक्कत की है शायद वो विश्वास मत का प्रस्ताव रखें लेकिन हम भी पूरी तरह से तैयार हैं अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए। ये सरकार हो सकता है शुक्रवार को सिर गिना दे लेकिन मुझे लगता है जनता की नजर में इस सरकार का जनमत गिर चुका है।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच आलाकमान के दखल के बाद सुलह हो गई है। पायलट खेमे के बागी कांग्रेस विधायक भी इस दौरान सदन में मौजूद रहेंगे। गहलोत सरकार गिरने का खतरा टल चुका है, लेकिन सदन में कांग्रेस के सभी विधायक भाजपा के निशाने पर रहेंगे। खास तौर पर पायलट खेमे के सभी विधायकों को लेकर गहलोत गुट के विधायकों में एक राय नहीं है।
गहलोत गुट के विधायक चाहते है कि बागी कांग्रेस विधायकों को सरकार या संगठन में कोई जगह नहीं मिले। वहीं सचिन पायलट यह बयान दे चुके है कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है, वह एक कार्यकर्ता और एक एमएलए बनकर कार्य करेंगे। लेकिन पार्टी हित में पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनता की मांग पूरी जरूर कराने कोशिश करेंगे।
वहीं सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 14 अगस्त को विधानसभा शुरू हो रही है, मुझे उम्मीद है कि इस दौरान प्रदेश में कोरोना की स्थिति और लॉकडाउन के बाद में आर्थिक रूप से जो स्थिति बनी है उसे लेकर खुलकर चर्चा कर सकेंगे। मुझे विश्वास है कि सुशासन देने में पक्ष-विपक्ष सभी का सहयोग मिलेगा और प्रदेश की जनता के अंदर नया कॉन्फिडेंस पैदा होगा। -- रितिका चौधरी
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आपको बता दे कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच आलाकमान के दखल के बाद सुलह हो गई है। पायलट खेमे के बागी कांग्रेस विधायक भी इस दौरान सदन में मौजूद रहेंगे। गहलोत सरकार गिरने का खतरा टल चुका है, लेकिन सदन में कांग्रेस के सभी विधायक भाजपा के निशाने पर रहेंगे। खास तौर पर पायलट खेमे के सभी विधायकों को लेकर गहलोत गुट के विधायकों में एक राय नहीं है।
गहलोत गुट के विधायक चाहते है कि बागी कांग्रेस विधायकों को सरकार या संगठन में कोई जगह नहीं मिले। वहीं सचिन पायलट यह बयान दे चुके है कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है, वह एक कार्यकर्ता और एक एमएलए बनकर कार्य करेंगे। लेकिन पार्टी हित में पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनता की मांग पूरी जरूर कराने कोशिश करेंगे।
वहीं सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 14 अगस्त को विधानसभा शुरू हो रही है, मुझे उम्मीद है कि इस दौरान प्रदेश में कोरोना की स्थिति और लॉकडाउन के बाद में आर्थिक रूप से जो स्थिति बनी है उसे लेकर खुलकर चर्चा कर सकेंगे। मुझे विश्वास है कि सुशासन देने में पक्ष-विपक्ष सभी का सहयोग मिलेगा और प्रदेश की जनता के अंदर नया कॉन्फिडेंस पैदा होगा। -- रितिका चौधरी
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