
पटना । जन अधिकार पार्टी (जाप) के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार में आई बाढ़ को लेकर गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ हवाई सर्वेक्षण करते हैं, वे कभी जमीन पर उतरकर आम जनता की परेशानियों को समझने की कोशिश नहीं करते।
उन्होंने नीतीश को एक 'पॉलिटिकल गैम्बलर' बताते हुए कहा कि पिछले दो महीनों से वे अपने घर से नहीं निकले हैं। बाढ़ पीड़ितों का हाल जानना है तो हवाई सर्वेक्षण छोड़ पानी में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को बाढ़ पर श्वेतपत्र लाना चाहिए।
जाप प्रमुख ने पटना में संवाददाताओं से कहा कि बिहार सरकार ने एक दिन का विधानसभा सत्र बुलाकर जनता के साथ धोखा किया है। पूरे सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष राजनीति करते रहे। किसी ने बाढ़ और कोरोना की समस्याओं को नहीं उठाया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रत्येक बाढ़ प्रभावित परिवार को 20 हजार रुपये तथा मुफ्त राशन देना चाहिए और बिजली बिल माफ करने की घोषणा करनी चाहिए, लेकिन अब तक उन्होंने ऐसा नहीं किया है।
पप्पू यादव ने आगे कहा, "बिहार के 14 जिलों में 60 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इन जिलों में न मेडिकल टीम की तैनाती की गई है और न ही भोजन, साफ पानी और शौचालय की व्यवस्था है। शौचालय न होने के कारण महिलाओं को सबसे ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ रहा है।"
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, "बाढ़ भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों के लिए दुधारू गाय है। बांध जान बूझकर तोड़े जाते हैं और फिर फ्लड फाइटिंग के नाम पर आम आदमी का पैसा लूटा जाता है। आपदा और सिंचाई विभाग के मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए।"
इससे पहले, जनता दल (सेक्युलर) के मुंगेर अध्यक्ष वीरू कुमार भगत ने अपने 200 साथियों के साथ, भागलपुर के पैक्स अध्यक्ष पंकज कुमार, ललित कुमार महतो, मुन्नी देवी, सोनी कुमारी, अशरफ अली, विशाल, सूरज कुमार समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जाप की सदस्यता ली। इस मौके पर जनता राज विकास पार्टी के अध्यक्ष रंजन कुमार यादव ने अपनी पार्टी का जाप में विलय किया।
--आईएएनएस
उन्होंने नीतीश को एक 'पॉलिटिकल गैम्बलर' बताते हुए कहा कि पिछले दो महीनों से वे अपने घर से नहीं निकले हैं। बाढ़ पीड़ितों का हाल जानना है तो हवाई सर्वेक्षण छोड़ पानी में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को बाढ़ पर श्वेतपत्र लाना चाहिए।
जाप प्रमुख ने पटना में संवाददाताओं से कहा कि बिहार सरकार ने एक दिन का विधानसभा सत्र बुलाकर जनता के साथ धोखा किया है। पूरे सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष राजनीति करते रहे। किसी ने बाढ़ और कोरोना की समस्याओं को नहीं उठाया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रत्येक बाढ़ प्रभावित परिवार को 20 हजार रुपये तथा मुफ्त राशन देना चाहिए और बिजली बिल माफ करने की घोषणा करनी चाहिए, लेकिन अब तक उन्होंने ऐसा नहीं किया है।
पप्पू यादव ने आगे कहा, "बिहार के 14 जिलों में 60 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इन जिलों में न मेडिकल टीम की तैनाती की गई है और न ही भोजन, साफ पानी और शौचालय की व्यवस्था है। शौचालय न होने के कारण महिलाओं को सबसे ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ रहा है।"
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, "बाढ़ भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों के लिए दुधारू गाय है। बांध जान बूझकर तोड़े जाते हैं और फिर फ्लड फाइटिंग के नाम पर आम आदमी का पैसा लूटा जाता है। आपदा और सिंचाई विभाग के मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए।"
इससे पहले, जनता दल (सेक्युलर) के मुंगेर अध्यक्ष वीरू कुमार भगत ने अपने 200 साथियों के साथ, भागलपुर के पैक्स अध्यक्ष पंकज कुमार, ललित कुमार महतो, मुन्नी देवी, सोनी कुमारी, अशरफ अली, विशाल, सूरज कुमार समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जाप की सदस्यता ली। इस मौके पर जनता राज विकास पार्टी के अध्यक्ष रंजन कुमार यादव ने अपनी पार्टी का जाप में विलय किया।
--आईएएनएस
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